विवेक जी ने आज अखबारों के भाषा प्रयोग पर एक पोस्ट की.. उसी अखबार (नवभारत टाइम्स) के संपादकिय पृष्ठ पर महिला आरक्षण के पक्ष में एक लेख आज प्रकाशित हुआ.. उसका ये वाक्य देखिये..
".... सबसे ज्यादा 12 महिलाएं संसद में पहुंचाने वाले राज्य यूपी की बात करें तो यहां की महिला सांसदों में से तीन राजनीतिक विधवाएं, तीन राजनेताओं की पत्नियां, दो बहू और एक बेटी है...."
राजनीतिक विधवा क्या शब्द हुआ? कितना अपमानजनक है.... क्या शब्दों का चयन करते हुऐ इतनी सावधानी नहीं रख सकते?
राजनीतिक विधवा ??
Posted by
रंजन (Ranjan)
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Monday, June 22, 2009
7 comments:
यह हमारे लोकतन्त्र की आजादी है की लोग कुछ भी बोल व लिख देते है लेकिन शब्दो के संयोजन मे सम्पादको सावधानी बरतनी चहिये
बरतनी चाहिये........
बिल्कुल .. भाषा पर तो हमें ध्यान देना ही चाहिए।
निश्चित ही ऐसी सावधानियाँ बरती जाना चाहिये.
राजनीतिक विधवा ....? achhi pakad ली आपने .....akhbar के daftar में fon कर puchte bhyi क्या है ये सब.....??
Apki nigah parkhi hai.
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आयें मेरे "शब्द सृजन की ओर" भी और कुछ कहें भी....
आपका यह ब्लॉग तो वाक़ई बहुत सार्थक है।
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विज्ञान । HASH OUT SCIENCE
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