शहीद का अंतिम संस्कार... और मुख्यमंत्री के बेटे का जश्न... कितना सुनहरा मौका था न नेताओं को गाली देने का.. राहुल गांधी और सोनिया गांधी से लेकर सारी कांग्रेस को कोसने का... पर अफसोस.. सारा मजा चला गया.. ये तो भाजपा का नेता निकला.. कोई नहीं फिर मौक़ा मिलेगा...
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आदि की मीठी बातें यहाँ है...
2 comments:
बूढा मरे या जवान हमे जश्न से है काम .
बूढा मरे या जवान हमे जश्न से है काम .
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